Published On 13 Aug, 2025
नभ से निगाह, धरती पर प्रहार — थल की ‘मौका फिर मिलेगा’ की हुंकार, भारत की रक्षा शक्ति की विजयगाथा

जब भी भारत की पवित्र धरती पर खतरा मंडराया, भारतीय वायुसेना, नौसेना और सुरक्षा बलों ने अपने साहस, सटीकता और तकनीकी श्रेष्ठता के साथ दुश्मनों को स्पष्ट संदेश दिया: हम देख रहे हैं… और हम वार करेंगे। ऑपरेशन सिंदूर, जो अभी भी जारी है, और ऑपरेशन महादेव भारत की रक्षा शक्ति के प्रतीक बन चुके हैं, जो आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाते हैं।

ऑपरेशन सिंदूर भारतीय वायुसेना की अतुलनीय क्षमता का चमकता प्रमाण है।”
— एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह

कुछ राजनीतिक दल लंबे समय से सेना की ताकत और अभियानों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते रहे हैं। 2019 के बालाकोट हवाई हमले के दौरान कुछ लोगों ने सबूतों पर संदेह किया था। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर ने ठोस सबूतों और शानदार सफलता के साथ इन आलोचकों को करारा जवाब दिया। 9 अगस्त 2025 को बेंगलुरु में 16वें एयर चीफ मार्शल एल.एम. कात्रे मेमोरियल व्याख्यान में एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने घोषणा की कि भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के प्रभाव के वीडियो सबूत जारी कर “बालाकोट के भूत” को पूरी तरह खत्म कर दिया। यह ऑपरेशन, जो अभी भी जारी है, आतंकी ढांचों पर सटीक और विनाशकारी प्रहार करने की भारत की क्षमता को दर्शाता है। !

22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बैसारन घाटी में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई, के जवाब में 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने नौ आतंकी लॉन्च पैड्स को नष्ट किया, जिसमें 100 से अधिक आतंकियों का सफाया हुआ। यह मिशन अभी भी जारी है, जो भारत की आतंकवाद के खिलाफ अटूट लड़ाई को रेखांकित करता है।

ऑपरेशन महादेव, 28 जुलाई 2025 को श्रीनगर के हरवान-मुलनार जंगल में शुरू हुआ, जिसमें भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से तीन लश्कर-ए-तैयबा आतंकियों को मार गिराया, जिनमें पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड सुलेमान शाह भी शामिल था। यह ऑपरेशन खुफिया जानकारी और सटीक कार्रवाई का परिणाम था, जो आतंकवाद के खिलाफ भारत के संकल्प को दर्शाता है।

मोदी सरकार ने भारत की रक्षा ताकत को अभूतपूर्व स्तर पर पहुंचाया है। रिकॉर्ड रक्षा बजट और अनुसंधान में वृद्धि ने भारत को सशक्त बनाया है। तेजस लड़ाकू विमान, ध्रुव हेलिकॉप्टर और आकाश मिसाइल सिस्टम जैसे 100% स्वदेशी निर्माण ने भारत की तकनीकी क्षमता को प्रदर्शित किया है। रूस से S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की तैनाती ने रक्षा ढांचे को और मजबूत किया है। मेक इन इंडिया के तहत ड्रोन, आर्टिलरी गन और बुलेटप्रूफ जैकेट का निर्माण और निर्यात भारत की आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।

2016 में उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक ने आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। 2019 में पुलवामा हमले के बाद बालाकोट एयरस्ट्राइक ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ता दिखाई। 2025 में ऑपरेशन महादेव ने पहलगाम हमले के आतंकियों को मार गिराया, जबकि ऑपरेशन सिंदूर, जो अभी भी जारी है, ने नौ आतंकी लॉन्च पैड्स और 100 से अधिक आतंकियों को नष्ट किया। भारत अब शीर्ष 25 रक्षा निर्यातकों में शामिल है। एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका को हथियार और तकनीक का निर्यात भारत की बढ़ती ताकत को दर्शाता है। स्वदेशी तकनीक के साथ रक्षा में पूर्ण आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत ने ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। आईएनएस निस्तार और पृथ्वी-2 व अग्नि-1 मिसाइलों के सफल परीक्षण ने भारत की तकनीकी प्रगति को और मजबूत किया है।

भारत आज केवल चेतावनी नहीं देता… भारत कार्रवाई करता है।

ऑपरेशन सिंदूर, जो अभी भी जारी है, और ऑपरेशन महादेव केवल सैन्य जीत नहीं हैं, बल्कि नए भारत की उद्घोषणा हैं। ऑपरेशन महादेव ने पहलगाम हमले के आतंकियों को मारकर न्याय सुनिश्चित किया, जबकि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की अटूट लड़ाई को आगे बढ़ा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कराची बंदरगाह पर प्रस्तावित हमले को रोकने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी से कहा, “हमने आपके मुँह से निवाला छीन लिया, आपको मौका फिर मिलेगा।” यह कथन भारतीय नौसेना की ताकत और भविष्य में निर्णायक भूमिका निभाने के अवसर को रेखांकित करता है, जो भारत की रक्षा शक्तियों की हर चुनौती का सामना करने की preparedness को दर्शाता है।
जय हिंद!

Related Posts